Categories
रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Nomi mangsir ki aayi parnije lado Bai tandhan padharya mhare aangane,नोमी मंगसिर की आई,परणीजे लाडो बाई,तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,dadi bhajan

नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,



तर्ज, ग्यारस चानण की आई

नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,
ओ भगतो तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,



तोरण मारण के तांई,
कवंरा पधार॒या ओ-२
गंगा माँ लेवे बलाई,
आरतो उतारया ओ-२
साथिड़ा घूमर घाले,
गिन्नी का थाल उछाले,
नाचे बाराती म्हारे बारणे,
ओ भगतो,नाचे बाराती म्हारे बारणे,

नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,
ओ भगतो तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,

वरमाला पाछे बाई,
फेरां में बैठी ओ -२
तनधन पहराई बाई ने,
नेग अगूंठी ओ-२
जोशी जी मन्तर गावे,
दोन्यां सुं वचन भरावे,
माँ बापू बैठया निरखे सामणे,
ओ भगतो माँ बापू बैठया निरखे सामणे,

नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,
ओ भगतो तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,

छप्पन भान्ति का व्यंजन,
आज बणाया ओ-२
होसी इब गोठ सजन की,
थाल सजाया ओ-२
तनधन जी जीमण आवे,
नेवगण को नेग चुकावे,
सीठणा सखियाँ लागी घालणे,
ओ भगतो सीठणा सखियाँ लागी घालणे,

नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,
ओ भगतो तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,

सिरगूंथी होयां पाछे,
होसी पहरानी ओ-२
आई बिदा की घड़ियाँ,
सखियाँ सब जाणी ओ-२
“हर्ष” नाराणी बाई,
हो जासी आज पराई,
आँखड़ल्यां बरसे याही कारणे,
ओ भगतो आँखड़ल्यां बरसे याही कारणे,

नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,
ओ भगतो तनधन पधार्‌या म्हारे आँगणे,

Leave a comment