तुम्हारे दर पे आना चाहती हूँ
अगर हरी तू जरा सी आस देदे,
Tag: darwar bada sohna hai
ऐसा दरबार कहां,
ऐसी सरकार कहां,
आता रहूं दरबार भोलेनाथ,
मैं पाता रहूं तेरा प्यार भोलेनाथ,
खाटू वाले श्याम तेरा, सच्चा दरबार है,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है।
देखो प्यारे श्याम का ये दरबार है,
हर भगतो का होता बेडा पार है,
तेरे दरबार में सर झुकाती रहूं ।
तू बुलाता रहे और मैं आती रहूं।।
जाना जब भी श्याम दरबार,
शुकर हर बार करना,
तेरी इस अदा ने मारा,
तेरी उस अदा ने मारा,
मेरे सतगुरु प्यारे दा ,दरबार बड़ा सोहणा है।