दिल की हर धड़कन से, तेरा नाम निकलता है।
Tag: aarti krishna kanhaiya ki
तुम रूठे रहो मोहन हम तुम्हें मना लेंगे
हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार
नंद यशोदा की आंख का तारा, बिहारी मेरा रंग रसिया
मुश्किल हुआ रे मेरा पनघट पे,जाना।
छोटी सी थारी चटी आँगली जी कईयां,गिरवर ने उठाई,हो कईयां पर्वत ने उठाई
में बन के मोर रंगीला, श्री यमुना तट पे जाऊं।
मैया मोरे सर पे सेहरा सजा दो,
गोपाल म्हाने गीता ज्ञान सुनाओ,म्हारा श्याम।
सांवरियो है सेठ म्हारी राधा जी सेठानी है।
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