तर्ज,अब सौंप दिया इस जीवन का
हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार।४।
श्री राधा जी के प्यारे । सारे जग के आंख के तारे।हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार
तुम भक्तों के काज संवारे, सबकी बिगड़ी बनाए। जो भी प्रभु तेरा नाम पुकारे, सुध लेने तुम आए। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तुम निर्बल के हो सहारे,तुमने लाखों भव से तारे। प्रभु तुम ही पालनहार, तुम्हारी जग में जय जयकार।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार
धन्ना को तारा सुदामा को तारा, तारा सदन कसाई। कुब्जा की भी देह संवारी, तारी मीराबाई। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तेरी माया सबसे हैं न्यारी है, वासुदेव गिरधारी। है श्री हरि अवतार तुम्हारी, जग में जय जयकार।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार
जब जब पाप बढा धरती पर, तुम ही मिटाने आए। किन्ही धर्म की रक्षा तुमने,करना कर्म सिखाए।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 हे मोहन मुरली वाले, तुम भक्तों के रखवाले। माने तुम्हें संसार तुम्हारी, जग में जय जय कार। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार
हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार।
श्री राधा जी के प्यारे । सारे जग के आंख के तारे।हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार