तुम रूठे रहो मोहन हम तुम्हें मना लेंगे
Tag: Muskil huwa re mera panghat pe
हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार
नंद यशोदा की आंख का तारा, बिहारी मेरा रंग रसिया
मुश्किल हुआ रे मेरा पनघट पे,जाना।
तुम रूठे रहो मोहन हम तुम्हें मना लेंगे
हे नंदलाल गोपाल तुम्हारी, जग मे जय जयकार
नंद यशोदा की आंख का तारा, बिहारी मेरा रंग रसिया
मुश्किल हुआ रे मेरा पनघट पे,जाना।