तर्ज,तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती
नंद यशोदा की आंख का तारा, बिहारी मेरा रंग रसिया,बिहारी मेरा रंग रसिया।
ब्रज मंडल का उजियारा,४। बिहारी मेरा रंग रसिया, बिहारी मेरा रंग रसिया।
बांकी मुरत सलोनी सुरत ये मेरा,बरबस चैन चुराए।बिन देखे जीयरा नहीं माने,कैसे करूं में हाय।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹ऐसा रूप का जादू डारा।ऐसा रूप का,ऐसा रूप का जादू डारा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹बिहारी मेरा रंग रसिया,बिहारी मेरा रंग रसिया।
इतराए,कमर बाल खाए,चरण में बाजे पायल छम छम।मधुर बांसुरी में निस्काए,राधा नाम की सरगम।🌹🌹🌹करे तिरछी नजर से इशारा। करे तिरछी,करे तिरछी नजर से इशारा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹बिहारी मेरा रंग रसिया,बिहारी मेरा रंग रसिया।
कोई हुवा ना कोई होगा सलोना,ऐसा इस त्रिभुवन में। रमण करे नित राधिका के संग,गिरधर कुंज सदन में।🌹🌹🌹🌹🌹ऐसा प्रीतम यार हमारा।ऐसा प्रीतम,ऐसा प्रीतम यार हमारा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹बिहारी मेरा रंग रसिया।बिहारी मेरा रंग रसिया।
नंद यशोदा की आंख का तारा, बिहारी मेरा रंग रसिया,बिहारी मेरा रंग रसिया।