क्या खूब है आज सजाया,
मिलकर दरबार लगाया,
Tag: Ma ke mandir me laga hai darwar
मंदिर में बैठी मैया जी, आसन लगायी के
मने नौकर रख ले मां अपने दरबार में
मैया के दर पे नजारा मिलता है
मैया काया है एक रेल,रेल अब चलने वाली है
घर से निकली में अकेली,रस्ते में शेर मिला दईया
तेरे भक्तों ने रंग दीन्हा,दुपट्टा तेरा।
मां के मंदिर में लगा है दरबार, मैं छम छम नाचूंगी।
ना ऐसा दरबार,और ना ऐसा सिंगार