मने नौकर रख ले मां अपने दरबार में। वापस जाना चाहती ना में झूठे संसार में।
लेकर आशा मन में महत्व, मैं तो तेरे दर पर आई। सुना है जो भी दर पर आता, उसके करे सहाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मेरा भी तू नाम लिखा ले, अपने परिवार में।वापस जाना चाहती ना में झूठे संसार में।
मने नौकर रख ले मां अपने दरबार में। वापस जाना चाहती ना में झूठे संसार में।
दुखी बहुत हूं मैया तेरे, नाम का लिया सहारा।चारों तरफ अंधियारा से मां, कर दो ना उजियारा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हरदम रहना चाहूं सूं मैं मैया, तेरी जय जयकार में।वापस जाना चाहती ना में झूठे संसार में।
मने नौकर रख ले मां अपने दरबार में। वापस जाना चाहती ना में झूठे संसार में।
दासी बनकर मैया में तो, अपना जन्म सुधारू। सांझ सवेरे मैया मैं तो, तेरी आरती उतारू।🌺सारा जनम गुजारूंगी में,तेरे परचार में।
मने नौकर रख ले मां अपने दरबार में। वापस जाना चाहती ना में झूठे संसार में।