मत ना जावो छोड़ काना,
याद घणैरी आवसी,
Tag: Dware par aa gaya hu mere ladle kanhaiya
मै आया हूँ तेरे द्वारे,गणराज गजानन प्यारे
मेरे संवलिया सरकार, कबसे खड़ा हूँ मैं तेरे द्वार
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय,
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा।
शिव आए यशोदा के द्वार
मात मोहे दर्शन कराओ।
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
होले होले बांसुरी बजायियो रे कन्हैया,राधा झूलने आई रे,
भोले बाबा के द्वार गई जो मांगी वो पा गई,
सारी दुनिया छोड़ के आया तेरे दवार माँ,
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