होले होले बांसुरी बजायियो रे कन्हैया,राधा झूलने आई रे,मेरा श्याम दीवाना।
बागों में जाऊं तो यह पीछे पीछे आए। फुलवा तोडू तो यह आगे आगे आए। मैं तो हार पहना के आई रे, मेरा श्याम दीवाना।🌺🌺🌺🌺🌺होले होले बांसुरी बजायियो रे कन्हैया,राधा झूलने आई रे,मेरा श्याम दीवाना।
तालों पे जाऊं तो यह पीछे पीछे आए।साड़ी उढ़ाऊ मेरे आगे आगे आए।में तो चुनरी ओढ़ा के आई रे,मेरा श्याम दीवाना।🌺🌺🌺🌺🌺होले होले बांसुरी बजायियो रे कन्हैया,राधा झूलने आई रे,मेरा श्याम दीवाना।
कुंवा पे जाऊं तो यह पीछे पीछे आए।मटकी भराऊं मेरे आगे आगे आए।में तो नीर पिलाके आई रे,मेरा श्याम दीवाना।🌺🌺🌺🌺🌺होले होले बांसुरी बजायियो रे कन्हैया,राधा झूलने आई रे,मेरा श्याम दीवाना।
महलों में जाऊं तो यह पीछे पीछे आए।खिड़की खोलूं मेरे आगे आगे आए।खिड़की खोल कर आई रे,मेरा श्याम दीवाना।🌺🌺🌺🌺🌺होले होले बांसुरी बजायियो रे कन्हैया,राधा झूलने आई रे,मेरा श्याम दीवाना।
मंदिर में जाऊं तो यह पीछे पीछे आए।ढोलक बजाऊं तो आगे आगे आए।भजन सुनाकर आई रे,मेरा श्याम दीवाना।🌺🌺🌺🌺🌺होले होले बांसुरी बजायियो रे कन्हैया,राधा झूलने आई रे,मेरा श्याम दीवाना।