कैसे बताऊं श्याम ने, क्या क्या नहीं किया
Tag: darshan do ghanshyam
आ गए हो अगर श्याम इस मोड़ पर,
हमसे मिलने मिलाने का वादा करो
सुनो श्याम क्यों तुम लगाते हो काजल,
हमरी नजर बेअसर हो रही है,
महीनो फागण को रंगीलो,
बाबो श्याम बुलावे रे,
महीनो फागण को।।
मन्ने दर्शन देदे हनुमान बहुत दुःख पा लिया,
कदे रहवे ना म्हारे टोटो,एसो है म्हारो यो सेठ मोटो।
जाने क्या जादू भरा हुआ घनश्याम तुम्हारी गीता में।
तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले
तेरे बिना घनश्याम मेरा दिल नहियो लगदा।
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