राधे मेरी स्वामिनी,में राधे को दास,
Tag: Dahi makhan ko chor pakad liyo radhe ne
ओ सिर पे पंख मोर
बोले तोतले से बोल,
कहे इसे माखन चोर मेरे दिल में भावे से,
जब श्याम ने पकड़ी कलाई,
फिकर फिर क्या करना,
दो दो ना धरियो गगरिया राधे रानी, लग जेह तुमको नजरिया।
राधे राधे की कुंजी से,खुलेगा ताला श्याम का।
तुझे किसने सजाया औ राधे। तूं दुल्हन सी लागे ओ राधे।
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
में वन का मोर बन जाऊं,और गाऊं राधे राधे।
मन चल रे वृंदावन धाम,राधे राधे गाएंगे।
मन चल रे वृन्दावन धाम,
राधे राधे गाएंगे,
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