तर्ज,म्हारा हरिया वन रा सुवटीया
वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं।दुनियां में किसी का कोई नहीं।दुनियां में किसी का कोई नहीं।वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं।
राम के संग में हजारों सैनिक बन में गया तो कोई नही।दुनियां में किसी का कोई नहीं।वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं।
सीता के संग में हजारों सहेलियां। रावण चुराया तब कोई नहीं।दुनियां में किसी का कोई नहीं। वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं।
हनुमत के संग में हजारों वानर। लंका जलाया तब कोई नहीं। दुनियां में किसी का कोई नहीं। वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं।
कहत कबीर सुनो भाई साधु। दुनिया निकल गई मतलब की। दुनियां में किसी का कोई नहीं। वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं।