सत्संग बिन चैन पड़े कोन्या
दिन कट जाए रात कटे कोन्या
Category: विविध भजन
हर देश में तू, हर वेश में तू
तेरे नाम अनेक,तू एक ही है।
क्या तू लेके आया है क्या तू लेके जायेगा।
तू शब्दों का दास रे जोगी,
तेरा क्या विश्वास रे जोगी ।
मोरिया पाखड़ली दे दे ,सांसेरा गांव री रे।
राम जी बणायो ,थने मनक पुतलो।
सुता शेर जंगल का राजा, उसे जगाणा ना चाहिए,
आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी
जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहाँ होंगे,
हरी नाम की माला जप ले,
पल की खबर नही,
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