हर देश में तू, हर वेश में तू
तेरे नाम अनेक,तू एक ही है।
Tag: Hum to thahre pardeshi
पर्दा ना कर पुजारी,
दिखने दे राधा प्यारी।।
आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
एक बार चली आओ,
मेरे द्वार चली आओ
मंदिर में उड़े रे ग़ुलाल,
गुलाबी रंग प्यारा लगे
हम तो ठहरे परदेशी,मैया को मनाएंगे