जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहाँ होंगे,
Tag: Mandir me maiya bhakto se jhagadi
मंदिर में बैठी मैया जी, आसन लगायी के
नचना नचना नचना, मेरी माई के भवन में नचना।
काली का रूप तूने ले लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।
जागी जागी जागी रे,दिवले री जोत जागी रे
ठुमक – ठुमक कर चाल भवानी,
ले हाथो तलवार
मंदिर में मैया भक्तों से झगड़ी।
तू क्यों नहीं लाया रे मेरी लाल चुनरी।