हरी नाम की माला जप ले,🌺🌺🌺🌺
पल की खबर नही,ओ,
अन्तरघट मन को मथ ले,
पल की खबर नही,ओ,
हरी नाम की माला।
नाम बिना ये तेरा, जीवन अधूरा है,🌺🌺🌺
घाटा सत्संग बिना, होता नही पूरा है।
तेरी बीती उमरिया सारी,
पल की खबर नही, ओ।
रिश्तेदार सारे यहाँ, मतलब के यार हैं,🌺🌺🌺
क्यों मुँह लगाना ये तो, झूठा संसार है।
प्रभु नाम से प्रीत लगा ले,
पल की खबर नही,,ओ।
पर उपकार करे जो, वो सच्चा इंसान है,🌺🌺
नाम प्याला जिसने, पिया वो महान है।
उसकी सतगुरु करे रखवाली,
पल की खबर नही, ओ।
कितना प्यारा तन ये तेरा, प्रभु ने बनाया है,🌺
माया धन सुख में तूने, नाम को भुलाया है।
गुरु शरन आ भूल सुधारी,
पल की खबर नहीं ओ।
कर्म कांड सारे बिना, नाम के बेकार है,🌺🌺
सेवा व्रत सुमिरन प्रभु, मिलन के द्वार है l
हरि नाम को तूँ अपना ले,
पल की खबर नही,ओ…ll