पत्थर की मूरत को भगवान समझते हैं
Tag: Jab bhakt nahi honge bhagwan kaha honge
जब से तुम संग लो लगाई में बड़ी मस्ती में हूँ ॥
जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहाँ होंगे,
पत्थर की मूरत को भगवान समझते हैं
जब से तुम संग लो लगाई में बड़ी मस्ती में हूँ ॥
जब भक्त नहीं होंगे भगवान कहाँ होंगे,