दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन कर देख ज़रा
Tag: dinanath
मुझे सांवरे के दर से कुछ ख़ास मिल गया है।
एक दिन घोघड आसी रे।
मन तू सतसंग करले भाई, आधी मे पुनिआध,
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन कर देख ज़रा
मुझे सांवरे के दर से कुछ ख़ास मिल गया है।
एक दिन घोघड आसी रे।
मन तू सतसंग करले भाई, आधी मे पुनिआध,