रमता पधारो म्हारे आंगणे ,
मारा बजरंग बाला।
Tag: bega padharo mhara satguru
मारा मनवा जीवडलो हिलोरा खाय,
इस नभ में ऐसे चमके जैसे सूरज चांद सितारे।
भरोसे थारे चाले ओ
सतगुरु मारी नाव,
आज गुरु आविया रे,
मारा हिवड़ा में उठी रे हिलोर।।
मन चल रे गुरु के धाम हरी हरी गायेगे
बाटन आली मने भी दिए,के लैरी से थाली में।
गुरु सा म्हाने ज्ञान बतायो रे, जग झूठ लखायो रै
आओ ए माजीसा म्हारे,
आंगने पधारो,
सतगुरु ने आन जगाई है सखि,भरम भूल में सौवे थी।
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