मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल,
दौगरदे जो दुनियाँ देखे,
संता की तो बजे खड़ताल,
मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल।
अपणा कृष्ण श्याम रिझावै,
दूध पिलावे कदे भोग लगावे,
हे वा मीरा गावे,
लगा लगा के तान,
दौगरदे जो दुनियाँ देखे,
संता की तो बजे खड़ताल,
मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल।
कदे हाँसे कदे रोवण लाग ज्या,
कृष्ण ने वा तोहण लाग ज्या,
हे वा होइ मस्तानी,
पगली के जैसे होया हाल,
दौगरदे जो दुनियाँ देखे,
संता की तो बजे खड़ताल,
मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल।
लाज शरम सब तोड़ बगाई,
बा बणी भगतणी मीरा बाई,
ले लिया भगमा बाणा,
होगी विहंगम चाल,
दौगरदे जो दुनियाँ देखे,
संता की तो बजे खड़ताल,
मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल।
कृष्ण लाल ख्याल में अटका,
ज्ञान भाव का हो रह्या चस्का,
हो ये नुगरे रोवे,
मीरा तो हो गई, मालामाल,
दौगरदे जो दुनियाँ देखे,
संता की तो बजे खड़ताल,
मीरा का तो बजे इकतारा,
मुरली बजावे, नंदलाल।