सुना दे कन्हैया मुरली की तान। पूरे हो जाए मेरे अरमान।
कन्हैया प्रेम की बंसी बजा दोगे तो क्या होगा।
यह माता क्यों बनाई है, यह मैंया क्यों बनाया है। यह बहना क्यों बनाई है,बता दोगे तो क्या होगा।
यह माता सेवा के लिए यह मैया ममता के लिए यह बहना दान के लिए,यह बहना दान के लिए।
कन्हैया प्रेम की बंसी बजा दोगे तो क्या होगा।
सुना दे कन्हैया मुरली की तान। पूरे हो जाए मेरे अरमान।
यह धरती क्यों बनाई है, यह अंबर क्यों बनाया है। यह दुनिया क्यों बनाई है, बता दोगे तो क्या होगा।
यह धरती रहने के लिए, यह अंबर ढकने के लिए। यह दुनिया मतलब के लिए, यह दुनिया मतलब के लिए।
कन्हैया प्रेम की बंसी बजा दोगे तो क्या होगा।
सुना दे कन्हैया मुरली की तान। पूरे हो जाए मेरे अरमान।
यह पुण्य क्यों बनाया है, यह पाप क्यों बनाया है। यह दान क्यों बनाया है, बता दोगे तो क्या होगा।
यह पुण्य मोक्ष के लिए, यह पाप भोगने के लिए। यह दान सेवा के लिए, यह दान सेवा के लिए।
कन्हैया प्रेम की बंसी बजा दोगे तो क्या होगा।
सुना दे कन्हैया मुरली की तान। पूरे हो जाए मेरे अरमान।