थारी बाट जोवे बाई सुगना,
आवो म्हारा भाई,
Tag: Are re ghume re runiche tharo ghodlo
भगता रे मन भावे रुणिचे वाला,
घुड़लो मोड़ दो सावरियाँ,
थारो भगता री ओर,
म्हारा रामापीर जी गेंद,
खेलण ने जावे,
घूम लेई घूम लेई सारा तीरथ धाम।से सु लाजवाब से तेरा खाटू धाम।
बांसुरिया लेकर आजा घनश्याम कदम के नीचे।
भोले बाबा आए ब्रज में,
वह तो घूमे गलीन गलीन में….
बाबा रो लीलो घोड़लीयो,
अरे रे रे घूमे रे रुणीचे थारो घोड़लो,
रामाधणी दातार म्हारा,रूनीचे रा श्याम बाबा,
You must be logged in to post a comment.