राम जी से पूछे जनकपुर के नारी
Tag: Apne hi rang me rang dali chunariya teri
रंग डारो ना बीच बज़ार,श्याम मैं तो मर जाऊंगी
चुनरिया मेरी ऐसी रंगदो रंगरेज,
जो धोए से होय ना सफेद।
रंग बरसे नाचे कन्हैया कारो,रंग बरसे।
सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल, हाथों की मेहंदी लगती कमाल।
और रंग दे रे भाया, और रंग दे।
यो कुन रंग डारयो।यो कुन रंग डारयो