आज तो बधाई बाजे माँ के भवन में।
Tag: Mandir me ude re gulal gulabi rang
मंदिर में बैठी मैया जी, आसन लगायी के
कन्या बनकर मैया देखो, आई मेरे अंगना।
आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझ को तेरा सहारा सदा चाहिए।
एक बार चली आओ,
मेरे द्वार चली आओ
मंदिर में उड़े रे ग़ुलाल,
गुलाबी रंग प्यारा लगे
और रंग दे रे भाया, और रंग दे।