दशरथ के राजकुमार,
वन में फिरते मारे मारे,
Tag: Nagri ho ayodhya si raghukul sa thikana ho
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां।
राम जी से पूछे जनकपुर के नारी
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो।
दशरथ के राजकुमार,
वन में फिरते मारे मारे,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां।
राम जी से पूछे जनकपुर के नारी
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो।