निंद्रा बेच दू कोई ले तो। हा राम राम रेट तो , तेरो मायाजाल कटेलो। निंद्रा बेच दू कोई ले तो।
भाव राख सत्संग में बैठो , जीत में राखो चेतो। हा हाथ जोड़ चरना में लिपटयो, जे कोई संत मिले तो रे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 निंद्रा बेच दू कोई ले तो। हा राम राम रेट तो , तेरो मायाजाल कटेलो। निंद्रा बेच दू कोई ले तो।
भाई कीमण पाच बेच दु, जे कोई ग्राहक हो तो। हा पाचा पे संसार छोड़ दू, राम रोकड़ा दे तो रे , निंद्रा बेच दू कोई ले तो। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 हा राम राम रेट तो , तेरो मायाजाल कटेलो।
में तो जाऊ राज द्वारे , के रसिया रस भोगी। हा मारो तो लारो छोड़ बावळी, मे सा रमता जोगी।निंद्रा बेच दू कोई ले तो। हा राम राम रेट तो , तेरो मायाजाल कटेलो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 निंद्रा बेच दू कोई ले तो।
केवे भरतरी सुन ऐ निंद्रा ,या ना तेरा बासा। में तो मारा गुरु चरना में। राम मिलन की आसा।निंद्रा बेच दू कोई ले तो। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 हा राम राम रेट तो , तेरो मायाजाल कटेलो। निंद्रा बेच दू कोई ले तो।