कभी फुर्सत तो मैया आ जाओ
रुखा सूखा भोग लगा जाओ।
Tag: bhagato ke ghar kabhi aao ma
भादी अमावस आयी, भगतां मिल ज्योत जगायी,
बेदर्दी ओ कान्हा कब तक तड़पाओगे।
तेरा भक्त करे तने याद श्याम,तने आनो पडसी रे
आओ माँ आओ माँ भगतो के घर कभी आओ माँ,
कभी फुर्सत तो मैया आ जाओ
रुखा सूखा भोग लगा जाओ।
भादी अमावस आयी, भगतां मिल ज्योत जगायी,
बेदर्दी ओ कान्हा कब तक तड़पाओगे।
तेरा भक्त करे तने याद श्याम,तने आनो पडसी रे
आओ माँ आओ माँ भगतो के घर कभी आओ माँ,