बहती है अँखियों से धार,
आ जाओ सांवरे,
Tag: Aaya tere dwar le lo sharan sawre
किस्मत संवर गयी है,
तेरी शरण में आकर,
थारी महिमा अपरंपार,
बाला आया तेरे द्वार,
मेरे ओ सांवरे,
तूने क्या क्या नहीं किया,
आये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।।
अब तू ही है साथी अब तू ही है हमदम,
तुझसे ही बंध गया मेरे जन्मो का बंधन,
ओ सांवरे दुःख से बचाते रहोगे,
आते रहे हो हर दम आते रहोगे,
गुरासा शरण आपरी आया,
शरणों में आया,
बहुत सुख पाया,
सावरा मारे घरा भी आजे रे,
राधा रुकमण लेन सावरा,
बेगो आजे रे,
भटक भटक कर सारे जग में,
आया द्वार पे तेरे,
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