बाबा मतन्या लोग हंसावे रे,
हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
मतन्या आंखा मिच रे बाबा देख टाबरां कानी।
अंदर को दुखड़ों तूं जाणे, थारे से क्या छानी।
फेर क्यों टाबर ने तडफ़ावे रे, हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
बाबा मतन्या लोग हंसावे रे,
हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
कहने में कोई सार नहीं तूं जाने सबके मन की।
थारे नाम की देवे दुहाई बात करे मतलब की।
आने लाज शर्म नहीं आवे रे।हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
बाबा मतन्या लोग हंसावे रे,
हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
कुण-कुण कितने पाणी माही, तूं जाणे बजरंगी।
झुठी साची कहता डोले बात करे बेढंगी।
मन मैं खोप जरा ना खावै रै ।हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
बाबा मतन्या लोग हंसावे रे,
हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
आणो है तो आजा बाबा मतन्या देर लगावै।
भगत सभी चरणां में बैठया, थाने आज बुलावे
लज्जा राखी नहीं जावै रै।हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
बाबा मतन्या लोग हंसावे रे,
हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।