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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Bhawani utri baag me re,भवानी उतरी बाग़ में रे,durga bhajan

भवानी उतरी बाग़ में रे।


भवानी उतरी बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।

बुलाओ वाल्मीक के लाल को,वो झाड़ू लगावे बाग़ में रे,भवानी उतरी बाग़ में ।भवानी उतरी बाग़ में रे।

बुलाओ माली के लाल को रे,वो फूल बिछावे बाग़ में रे,भवानी उतरी बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।

बुलाओ मिस्तरी के लाल को रे,वो मंदिर बनावे बाग़ में रे,भवानी उतरी बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।

बुलाओ राजा के लाल को रे।वो मैया बैठारे बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।

बुलाओ दरजी के लाल को रे।वो चुनरी उढावे बाग में रे,भवानी उतरी बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।

बुलाओ हलवाई के लाल को रे।वो भोग लगावे बाग़ में रे,भवानी उतरी बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।

बुलाओ राजा की मात को रे।वो भेंट गवावे बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।भवानी उतरी बाग़ में रे।

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