जब से तुम संग लो लगाई में बड़ी मस्ती में हूँ ॥
Tag: Jab dhanush janak ka tod diya
राम जी रो नाम म्हाने,मिठो घणो लागे रे।
नरम नरम लायी घाल, गरम कान्हा माखन रोट
राम कहने से तर जाएगा,
पार भव से उतर जायेगा
मेरी छोड़ अवध नगरी, वन राम जो जायेंगे
जब धनुष जनक का तोड़ दिया,श्री राम चंद्र बलिहारी ने