नरम नरम लायी घाल, गरम कान्हा माखन रोट
Tag: Meri daliya me ram mere hatho me shyam
राम कहने से तर जाएगा,
पार भव से उतर जायेगा
मेरी छोड़ अवध नगरी, वन राम जो जायेंगे
जब धनुष जनक का तोड़ दिया,श्री राम चंद्र बलिहारी ने
कान्हा बिन चैन पड़े कैसे दिन कट जाए रात कटे कैसे
अरे री मुझे ना भावे कुछ और,सांवरा बस गया नैनन में।
मेरो छोटो सो लड्डू गोपाल, सखिरी बड़ो प्यारो है,
शूकर सांवरे तेरा,ये जीवन रहा है गुजर सांवरे
जरी की पगड़ी बांधे,सुंदर आंखों वाला
सांवरे को मन में जो बसाए,कभी न दुःख पाए
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