मेरी छोड़ अवध नगरी, वन राम जो जायेंगे।सच कहता हूं रानी,हम जी नहीं पाएंगे।🌺सच कहता हूं प्यारी,हम प्राण गवाएंगे।
बेटों मेंरा रघुवर,मुझे चांद से प्यारा है।इन बूढ़ी आंखों का,वही तो तारा है।२।🌺🌺कैसे कह दूं मन की,क्या कह बतलाएंगे।।सच कहता हूं रानी,हम जी नहीं पाएंगे।🌺सच कहता हूं प्यारी,हम प्राण गवाएंगे।
बन जाए भरत राजन,मुझे नहीं गिलानी है।बन जाए मेरा रघुवर,मेरे प्राण की हानी है।रघुवर के बिन रानी,हम तो मर जाएंगे।🌺सच कहता हूं रानी,हम जी नहीं पाएंगे।🌺सच कहता हूं प्यारी,हम प्राण गवाएंगे।
अपकीर्ति छाएगी,फिर तूं पछताएगी। दुनियां मारे ताने,कहां मुख दिखलाएगी। तूं नारी अभागी है,यह सब जग गाएंगे।🌺🌺सच कहता हूं रानी,हम जी नहीं पाएंगे।🌺सच कहता हूं प्यारी,हम प्राण गवाएंगे।
मेरी छोड़ अवध नगरी, वन राम जो जायेंगे।सच कहता हूं रानी,हम जी नहीं पाएंगे।🌺सच कहता हूं प्यारी,हम प्राण गवाएंगे।