सुन री यशोदा मैया, तेरे नंदलाल ने
कंकरिया से मटकी फोड़ी,
Tag: Angana me aaya badhai yashoda maiya
मारो माखन गयो रे चुराई यशोदा थारो कानुडो
उत्सव की बेला आई,
घर घर में बँटे बधाई,
अरे री मुझे ना भावे कुछ और,सांवरा बस गया नैनन में।
मेरो छोटो सो लड्डू गोपाल, सखिरी बड़ो प्यारो है,
में वृंदावन में रोई,मेरे श्याम को मनालो कोई
अंगना में आया बढ़ई,यशोदा मैया ले ले पलना
यशोमति मैया के प्यारे,सारे वृज के आंख के तारे
आज बधाइयां बट रही रे नंदरानी के अंगना