तर्ज,चलत मुसाफिर मोह लियो रे
आज बधाइयां बट रही रे नंदरानी के अंगना। रानी के अंगना हो बाबा के अंगना। आज बधाइयां…
नौबत बाजे ढोल मजीरा।२ और शहनाई बज रही रे,नंदरानी के अंगना ।आज बधाइयां…
आज बधाइयां बट रही रे नंदरानी के अंगना। रानी के अंगना हो बाबा के अंगना।
सखियां मिल कुल देवा पूजावे।२ गौरी गणेश मनाएं रही रे, नंदरानी के अंगना।आज बधाइयां..
आज बधाइयां बट रही रे नंदरानी के अंगना। रानी के अंगना हो बाबा के अंगना।
मनचाही सौगात है पावे।२ झोली सभी छलकाए रही रे, नंदरानी के अंगना। आज बधाइयां….
आज बधाइयां बट रही रे नंदरानी के अंगना। रानी के अंगना हो बाबा के अंगना।
लेने बधाइयां हम भक्तन भी आए। तन मन धन सब वार दियो रे, नंदरानी के अंगना। आज बधाइयां…
आज बधाइयां बट रही रे नंदरानी के अंगना। रानी के अंगना हो बाबा के अंगना।