तेरे रूप के सिवा ना कुछ आये नज़र,
मेरे दिल में बना ले श्याम अपना तू घर,
तुझे ढूँढे ये नयन, लागी कैसी ये लगन,
तेरी याद में जागूँ दिन रतियाँ,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,
तेरे नाम से चले हैं मेरा काम साँवरे,
सरकार है तुहीं तो मेरा श्याम साँवरे,
मैं तो वारी वारी जाऊँ बस तेरे गुण गाउँ,
सुबह शाम तुझे देखे मेरी अँखिया,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,
खुद नज़रों से अपनी बेगाने हुए,
तेरे दरश को हम तो दीवाने हुए,
हमको ना उलझाओ, ज़रा हमें समझाओं,
अब कहने लगी हैं सखियाँ,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,
तेरे रूप के सिवा ना कुछ आये नज़र,
मेरे दिल में बना ले श्याम अपना तू घर,
तुझे ढूँढे ये नयन, लागी कैसी ये लगन,
तेरी याद में जागूँ दिन रतियाँ,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,
कहाँ है मेरा रंग रसिया, आजा ओ मेरे मन बसियां,