तर्ज, पूछते हो कन्हैया कहां है
बन ठन के चली गोरा रानी भोले की सुहानी गली में।
मेरे माथे से मुकुट हटा दो, मेरे माथे में सिंदूर लगा दो। बिंदिया पहने चली गोरा रानी, भोले की सुहानी गली में।
बन ठन के चली गोरा रानी भोले की सुहानी गली में।
मेरे गले से माला हटा दो, मेरे गले में जनेऊ पहना दो। लॉकेट पहन के चली गोरा रानी, भोले की सुहानी गली मे।
बन ठन के चली गोरा रानी भोले की सुहानी गली में।
मेरे हाथों से कंगना हटा दो, मेरे हाथों में चूड़ी पहना दो। मेहंदी लगा कर चली गोरा रानी, भोले की सुहानी गली में।
बन ठन के चली गोरा रानी भोले की सुहानी गली में।
मेरे अंगों से साड़ी हटा दो, मेरे अंगों में लहंगा पहना दो। चुनरी ओड़े चली गोरा रानी, भोले की सुहानी गली में।
बन ठन के चली गोरा रानी भोले की सुहानी गली में।
मेरे पैरों से पायल हटा दो, मेरे पैरों में बिछिया पहना दो। महावर लगा कर चली गोरा रानी, भोले की सुहानी गली में।
बन ठन के चली गोरा रानी भोले की सुहानी गली में।