मैं आज छमा छम नाचू मेरे भोले की बारात में,
Tag: aayi gora ki kaisi barati
चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।
अजब अनोखा करके श्रृंगार। होकर नंदी पर वो सवार
आई गौरा की कैसी बराती,दूल्हा ब्याहने के काबिल नही है।
मैं आज छमा छम नाचू मेरे भोले की बारात में,
चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।
अजब अनोखा करके श्रृंगार। होकर नंदी पर वो सवार
आई गौरा की कैसी बराती,दूल्हा ब्याहने के काबिल नही है।