घर रह जाओ जनकदुलारी, वहां वन में दुख अति भारी।
Category: राम भजन लिरिक्स
सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।
एकबार भला मुस्काते चलो, श्री राम जनक भगवान हो
मेरे राम जी से राम राम कहियो रे
मीठे लगे तेरे बेर, शबरी मीठे लगे।
मिठे लगे तेरे बेर भिलनी, मिठे लगे।
सजा दो घर को गुलशन सा,मेरे सरकार आये है।
कोई राम का दीवाना तो बनो।
शबरी तुम्हरी बाट निहारे,वो तो रामा रामा पुकारे
दिल में श्री राम बसे हैं,संग माता जानकी
You must be logged in to post a comment.