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राम भजन लिरिक्स

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सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।


सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺


हाथों में फूलों का दोना सोहे , सुंदर गले में सोहे हार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺

सुंदर सलोने बांके रसीले ,मोह लिये नर और नार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺🌺

मुनियों का यज्ञ इन्होंने रचाया ,दीनो की सुनते पुकार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺

भक्तों के जीवन हैं संतों के प्यारे , सबके हैं प्राण आधार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺

करूणा के सागर दशरथ दुलारे ,सब इनसे करते हैं प्यार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺

अपने चरणों की रज से अहिल्या तारी। तार दिया जगसंसार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺

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