सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺
हाथों में फूलों का दोना सोहे , सुंदर गले में सोहे हार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺
सुंदर सलोने बांके रसीले ,मोह लिये नर और नार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺🌺
मुनियों का यज्ञ इन्होंने रचाया ,दीनो की सुनते पुकार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺
भक्तों के जीवन हैं संतों के प्यारे , सबके हैं प्राण आधार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺
करूणा के सागर दशरथ दुलारे ,सब इनसे करते हैं प्यार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अपने चरणों की रज से अहिल्या तारी। तार दिया जगसंसार, कुमार मैंने देखे। सुंदर सखी दो कुमार, कुमार मैंने देखे।🌺🌺🌺