मेरे राम के गीतों को गाकर तो देखो।
Tag: Sundar sakhi do kumar
ओ लीलण म्हारी जाओ जी जाओ जी।
मुख से क्या वचन निकाला, ओ कैकैयी तूने क्या कर डाला।
राम नाम है सबसे प्यारा भवसागर से तारने वाला
आनंद छायो जनक नगरिया, कैसे सपरी।
राम नाम लाडूडो गोपाल नाम घी,
कोई तो ढूंढ के लाओ रे मेरा राम खो गया।
के लागे हनुमान राम तेरा के लागे।
ओ माली माली माली, चार फूल दे दे।
तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम, ओ मेरे अलबेले राम।
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