मेरे घर आए बृजवासी में ग्यारस उपासी।
Category: एकादशी भजन
ग्यारस का दिन आया हरि का नाम लेे लेना,
सखी री कर लो व्रत ग्यारस का हरि का मिलना मुश्किल है।
एकादशी मैया सबसे बड़ी है,
एकादशी व्रत सबसे महान है॥
बहना बोलो ग्यारस के दिन राधे राधे,
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो।
अबकी मोहन जल्दी आओ प्रेम की एकादशी।
श्याम जी की पूजा करो रे ग्यारस ने।
ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे।
बहु भोजन ना करूं मैं आज, आज मेरे ग्यारस है।
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