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एकादशी भजन ekadhshi भजन

Gyaras ko din aayo balam mohe,ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे,ekadashi bhajan

ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे।

ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे।

न चाहिए मोहे मांग का टीका, न चाहिए मोहे कान के झुमका। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺लागो हरि पे ध्यान, बलम मोहे कीर्तन तो करने दो।ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे।

न चाहिए मोहे गले का हरवा, न चाहिए मोहे हाथों के कंगना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 लागो हरि पे ध्यान, बलम मोहे कीर्तन करने दो।ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे

न चाहिए मोहे पैरों की पायल, न चाहिए मोहे महंगी साड़ी। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺लागो हरि पे ध्यान, बलम मोहे कीर्तन करने दो।ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे।

न चाहिए मोहे लड्डू पेड़ा, न चाहिए मोहे रबड़ी जलेबी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 लागो हरि पे ध्यान, बलम मोहे कीर्तन तो करने दो।ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे।

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