महफ़िल है श्याम आपकी,
महफ़िल में आइये ज़रा,
Tag: Ghanshyam teri banshi pagal kar jati hai
जब जब भी विपदा आई,
मेरा श्याम बना है सहाई,
तेरी बंसी पे जाऊं बलिहार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया।
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया ।
सुनो श्याम सुन्दर, क्षमा माँगता हूँ,
हुई जो ख़ताएँ, उन्हें मानता हूँ,
अब श्याम हो गया मेरा छूटा दुनिया का ढेरा
मुरली वाले पे दुनिया दीवानी हो गई।
बंसी बजा के श्याम ने,
दीवाना कर दिया,
बंसी बजावे नंदलाला,
गोपाला मेरो पहने फूलन की माला,
चली आइयो सखियां सारी, वंशीवट पे।
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