झूला झूले हो गजानंद झुलना,
Tag: Chok purao mati rangao aaj gajanan ghar aaye
ऐसा रंग राधा रानी चढ़ाया के होर रंग नहियो चढ़दा।
गौरी के पुत्र गणेश,गणेश हम तुमको शीश नवाते हैं।
तेरे रंग में रंगूँगी मेरे सांवरे,
मैं तेरी थी रहूंगी मेरे साँवरे,
तेरे रंग में रंगा हर जमाना मिले,
मैं जहा भी रहु बरसाना मिले।
मुझे कब से तेरा है इंतजार सांवरे। मेरे घर भी तो आजा मेरे यार सांवरे।
प्रथम पूज्य है सब देवो में,
जाने दुनिया सारी।
मेरे ब्रज की माटी चंदन है,
गुणवान सभी कहते है,
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे,
तेरे रंग में रंग गई सांवरे मैंने छोड़ दिया घर वार
नौकर रख ले सांवरे।
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