राधे राधे बोल
बरसाने मे डोल, के मुख से राधे राधे बोल।
Tag: bol bhole bol darshan hoga ki nahi
हो भोले तेरे पर्वत पे कैसे छा रही छटा निराली है।
दर्शन दिखादे मेरे श्याम, बाबा आन पड़ा हूँ तेरे द्वार पे।
जटा में तेरे गंगा माथे पे तेरे चंदा, बोल भोले बोल दर्शन होगा कि नही।