म्हापे जद भी कोई मुसीबत आवन लागे
Tag: baba shyam ke darwar machi re hori
पलकों का घर तैयार सांवरे
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी,
खाटू वाला श्याम धनी से, हेत पुराना स
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी।
मांगा है मैने श्याम से वरदान एक ही
तेरे दर पर आकर मुझे क्या मिला है। यह मैं जानता हूं या तूं जानता है।
मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने।