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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Krishna bhajan,meri lagi shyam sang preet, मेरी लगी श्याम संग प्रीत

मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने।

मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने। मुझे मिल गया मन का मीत,ये दुनिया क्या जाने।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 क्या जाने कोई क्या जाने।२। मेरी लगी श्याम संग प्रीत….

छवि लगी मन श्याम की जब से, भाई बावरी मैं तो तब से। बांधी प्रेम की डोर मोहन से, नाता तोड़ा मैंने जग से।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 यह कैसी पागल प्रीत,ये दुनिया क्या जाने।मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने।

मोहन की सुंदर सुरतिया, मन में बस गई मोहनी मुरतिया। जब से ओढ़ी श्याम चुनरिया, लोग कहे मैं भाई बावरिया।🦚🦚🦚🦚🦚 मैंने छोड़ी जग की रीत, ये दुनिया क्या जाने।मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने।

हरदम अब तो रहूं मस्तानी, लोक लाज दीनी बिसरानी। रूप राशि अंग अंग समानी, हेरत हेरत रहूं दीवानी।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 मैं तो गांऊं खुशी के गीत,ये दुनिया क्या जाने।मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने।

मोहन ने ऐसी बंसी बजाई, सब ने अपनी सुध बिसराई। गोप गोपियां भागी आई, लोक लाज कुछ काम नाआई।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 फिर बाज उठा संगीत, यह दुनिया क्या जाने।मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने।

भूल गई कहीं आना जाना, जग सारा लागे बेगाना। अब तो केवल श्याम सुहाना, रूठ जाए तो उन्हें मनाना।🦚🦚🦚🦚🦚🦚 अब होगी प्यार की जीत, ये दुनिया क्या जाने।मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने।

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