मैया चेहरे से घुंघट हटा दो,मैने जी भरकर देखा नहीं है।
Tag: Aaj ghar me maine kirtan karaya
जो नौ दिन मैया ने मनावेगी, वा तो छिक छीक मौज उड़ावेगी
ओढ़ के चुनरिया लाल, मां नाचूं तेरे अंगना में
आओ स्वागत करें अंबे मां का,अंबे दौड़ी चली आ रही है।
चलो रे भक्तों मैया की नगरी,
सज धज के बैठी है माँ,
लागे मैया सेठानी।
आज घर में मैने कीर्तन कराया है मां,
मेरे कीर्तन में रंग बरसाओ,आओ जी गजानन आओ।
बैठी हो मां सामने कर सोलह श्रृंगार
जिंदगी एक किराए का घर है
You must be logged in to post a comment.